ईसीएल के नारायनकुड़ी ओसीपी में दबकर मारे गए लोगों के परिजनों को भाजपा देगी 1-1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता

रानीगंज :- रानीगंज थाना क्षेत्र के ECL के नारायणकुड़ी ओसीपी में चाल धसने से दबाकर मारे गए लोगों के परिजनों को राज्य सरकार के बाद अब भाजपा ने भी मुआवजा देने की घोषणा की है। गत शनिवार को ही राज्य के श्रम व कानून मंत्री मलय घटक ने ओसीपी में धंसान की चपेट में आने से मारे गए 3 लोगों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपए का चेक सौपा था। वहीं भाजपा ने मृतकों के आश्रितों को 1-1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। आसनसोल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि गत 11 अक्टूबर को नारायणकुड़ी में हुए भीषण धंसान के कारण 7 लोगों की मौत हुई थी। पश्चिम बंगाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में समस्त भाजपा विधायकों के तरफ से उन मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है। भाजपा हमेशा आम जनता के पहले भी थी। अभी भी है और आगे भी रहेगी।
हालांकि विधायक अग्निमित्रा पाल ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में 7 परिवारों के सदस्यों की मौत का उल्लेख किया है। विधायक अग्निमित्र पाल पहले भी ओसीपी में हुए धंसान में 7 लोगों के मारे जाने का दावा करती रही है। जबकि आधिकारिक तौर पर ओसीपी में दबकर मारे गए सिर्फ तीन लोगों के शव बरामद हुए थे। मृतकों की पहचान रानीगंज के बल्लवपुर ग्राम के रहने वाले समीर बाउरी, न्यू एगरा ग्राम के निवासी सुरजीत सेन और जामुड़िया के परिहारपुर के रहने वाले दिनेश रुईदास के रूप में हुई थी। राज्य सरकार के तरफ से भी सिर्फ उन तीन लोगों के आश्रितों को ही आर्थिक सहायता दी गई है। ऐसी स्थिति में एक बार फिर मृतकों की संख्या को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है और सवाल उठ रहा है कि आखिर ओसीपी में दबकर कितने लोगों की मौत हुई थी और मृतकों का सही आंकड़ा क्या है।