कोर्ट के आदेश पर कमीशन ने राजबाड़ी मैदान की जमीनी हकीकत का जायजा लिया
रानीगंज :- रानीगंज शहर के एनएसबी रोड स्थित सियारसोल राजबाड़ी मैदान को लेकर उदय संघ क्लब और सियारसोल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल एसोसिएशन (एसएससीए) के बीच विवाद चल रहा है। फिलहाल या मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इस बीच शुक्रवार को कोर्ट के निर्देश पर कमीशन की एक टीम राजबाड़ी मैदान का निरीक्षण करने पहुंची। इस टीम में मजिस्ट्रेट के साथ उदय संघ के वकील संजीब मुखर्जी व सचिव दीपक उर्फ दीपू गोप और एसएससीए के वकील मौली नाथ नंदी व अध्यक्ष विट्ठल नाथ मालिया समेत अन्य सदस्य भी शामिल थे। कमिश्नन और पुलिस की मौजूदगी में राजबाड़ी मैदान के गेट का ताला खोला गया और फिर उन्होंने मैदान के भीतर प्रवेश किया। जहां काफी समय तक उन्होंने राजबाड़ी मैदान की जमीनी हकीकत का मुआयना किया। साथ ही दोनों क्लबों के पदाधिकारी के साथ मैदान के मालिकाना समेत अन्य सभी पहलुओं पर बातचीत की। दोंनो क्लबों के सदस्य अपने साथ तमाम दस्तावेज लेकर पहुंचे थे और कमीशन के समक्ष अपनी बात रखी।
सूत्रों के अनुसार, कोर्ट के आदेश पर कमीशन द्वारा राजबाड़ी मैदान की जमीनी हकीकत का मुआयना करना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि जानकारों का कहना है कि कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर ही कोर्ट राजबाड़ी मैदान को लेकर चल रहे विवाद पर अपना फैसला दे सकता है। इसके अलावा राजबाड़ी मैदान में उदय संघ के तरफ से आयोजित होने वाली दुर्गापूजा को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है। यह मामला कोर्ट में लंबित होने के कारण उदय संघ द्वारा दुर्गापूजा की तैयारी अब तक शुरू नहीं की जा सकी है। अब कोर्ट के आदेश पर सबकी नज़रें टिकी हुई है।
गौरतलब है कि गत अगस्त महीने में उदय संघ व एसएससीए के बीच राजबाड़ी मैदान को लेकर विवाद हुआ था। पहले एसएससीए ने उदय संघ क्लब पर बिना अनुमति के मैदान की खुदाई करने और भौगोलिक संरचना बदलने का आरोप लगाते हुए रानीगंज थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं उदय संघ क्लब ने भी एसएससीए पर पलटवार करते हुए मोर्चा खोल दिया था। एसएससीए के तरफ से लगाए गए आरोपों को लेकर उदय संघ के पदाधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस कर न सिर्फ सफाई दी बल्कि उनके ऊपर कई आरोप भी लगाए थे।