तृणमूल जिलाध्यक्ष ने सड़क दुर्घटना में घायल 2 डीवाईएफआई समर्थकों को पहुंचाया अस्पताल

विधायक ने अस्पताल में दोनों के इलाज की व्यवस्था की, आर्थिक सहायता दी
रानीगंज :- पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष व पांडेश्वर विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने राजनीतिक शिष्टाचार की मिसाल पेश की है। सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल 2 डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं को न सिर्फ अस्पताल में भर्ती कराया गया। बल्कि अस्पताल में आर्थिक सहायता कर उनके इलाज का इंतजाम करवाया। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से घायलों के इलाज की निगरानी करने तथ परिवार के साथ खड़े रहने का आश्वासन दिया।
सूत्रों के अनुसार, गौतम रुइदास और संजय रुइदास रानीगंज से दुर्गापुर के मोचीपाड़ा स्थित अपने घर लौट रहे थे। इस बीच रानीगंज के मंगलपुर के पास नेशनल हाईवे-19 पर तभी तेज रफ्तार ट्रक ने नियंत्रण खो दिया और बाइक में टक्कर मार दी। ट्रक गौतम रुईदास के पैर के ऊपर से गुजर गया। जिसके कारण उसके दोनों पैर बुरी तरह से कुचल गए और वह दर्द से छटपटाने लगा। संजय रुईदास को भी मामूली चोटें आईं। इन दोनों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ा देख उनकी बेटी ने पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल के अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती को इसकी जानकारी दी। जिला तृणमूल अध्यक्ष आसनसोल में पार्टी के रक्तदान कार्यक्रम को पूरा करने के बाद घर लौट रहे थे। बेटी से खबर मिलने के बाद वह तुरंत मौके पर पहुंचे। विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए तत्परता दिखाई। दोनों को पुलिस एम्बुलेंस द्वारा दुर्गापुर के बिधाननगर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। उन्होंने गौतम रुइदास और संजय रुइदास के प्रारंभिक चिकित्सा खर्च के लिए 50 हजार रुपये भी अस्पताल में जमा किए। उन्होंने खुद काफी देर तक अस्पताल में रहकर उनके इलाज की निगरानी की।
पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने कहा कि जैसे ही बेटी के जरिए दुर्घटना की सूचना मिली, वे मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की। गौतम रुइदास की हालत गंभीर है। उनके दोनों पैर क्षतिग्रस्त हो गए है। जबकि संजय रुइदास की हालत स्थिर है। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने मानवता के नाते अपना फर्ज निभाया है और किसी की सहायता के लिए हमें यह देखने की जरूरत नहीं है कि वह किस पार्टी का हैं। विधायक होने से पहले वे मनुष्य हैं और मानव धर्म का पालन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हम उनके परिवारों के संपर्क में बने हुए हैं।
वहीं माकपा नेताओं का कहना है कि विधायक ने एक इंसान के रूप में अपना कर्तव्य निभाया है। उन्होंने खुद अस्पताल में रहकर होकर इलाज की निगरानी की। उन्होंने परिवार से बात कर उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन भी दिया।