नकली लॉटरी टिकट छापने वाले कारखाने का पर्दाफाश, 4 लाख के नकली लॉटरी समेत 2 गिरफ्तार
आसनसोल :- आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम ने एक बार फिर नकली लॉटरी टिकट छापने वाले कारखाने का पर्दाफाश किया है। गुप्त सूचना के आधार पर डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम ने झारखंड के चिरकुंडा और निरसा में नकली लॉटरी टिकट छापने वाले कारखाने में छापेमारी की। जहां से पुलिस ने 2 लैपटॉप, 9 प्रिंटर, एक जेरॉक्स मशीन, एक कटिंग मशीन, हार्ड डिस्क, 4 कारतूस और भारी मात्रा में नकली लॉटरी टिकट बरामद किए। पुलिस द्वारा जब्त किए गए नकली लॉटरी टिकट का अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 3 से 4 लाख रुपए बताई जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में धनबाद के निरसा का निवासी राजीव कुमार और पंचेत डैम से सटे झांटी बाजार का निवासी युनुस अंसारी शामिल है। शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला कि नकली लॉटरी टिकट छापने और बाजार में उसकी आपूर्ति करने के मामले में गत नवंबर महीने में राजीव कुमार और मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया गया था। ये दोनों नकली लॉटरी टिकट के मुख्य डीलर है जो आसनसोल – दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में नकली लॉटरी टिकटों की आपूर्ति करते थे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इससे पहले गत नवंबर महीने में झारखंड के मिहिजाम इलाके के एक बंद होटल में छापेमारी की गई थी। जहां से नकली लॉटरी टिकट छापने का कारखाना संचालित किया जा रहा था। इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही कारखाने से लैपटॉप, प्रिंटर और भारी संख्या में नकली लॉटरी बरामद किए गए थे। इसके बाद पुलिस ने चिरकुंडा इलाके में छापेमारी की थी। जहां से 2 लोगों को गिरफ्तार कर कुछ मोबाइल फोन लैपटॉप और डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर बरामद किए गए थे। जिनका इस्तेमाल नकली लॉटरी टिकट तैयार करने के लिए किया जाता था। पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया कि बाजार में नकली लॉटरी टिकट की सप्लाई और बिक्री की शिकायत मिलने के बाद गत सितंबर महीने से ही जांच की जा रही थी। डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम ने आखिरकार नकली लॉटरी टिकट छापने और बाजार में सप्लाई करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है।