फर्जी हस्ताक्षर कर माकपा प्रत्याशी का नामांकन वापस करवाने का आरोप, बीडीओ ऑफिस में प्रदर्शन

रानीगंज :- एक पंचायत प्रत्याशी का फर्जी हस्ताक्षर कर नामांकन वापस लेने का आरोप लगाते हुए बुधवार को माकपा के तरफ से रानीगंज ब्लॉक के बीडीओ ऑफिस का घेराव किया गया। माकपा समर्थकों ने पार्टी के प्रत्याशी विकास चंद्र माजी की नामांकन वापसी से जुड़े सबूत पेश करने की मांग की और बीडीओ के पास जाकर उस प्रत्याशी के चुनाव में प्रतिद्वंद्विता की व्यवस्था करने के लिए आवेदन किया।
माकपा के रानीगंज एरिया कमेटी के सचिव सुप्रियो राय ने कहा कि रानीगंज ब्लॉक के पंचायत समिति संख्या-6 से माकपा प्रत्याशी विकास चंद्र माजी ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। लेकिन ऐसा देख गया कि गत 20 जून को नामांकन वापसी की अंतिम तारीख थी। उसी दिन आश्चर्यजनक रूप से माकपा प्रत्याशी का नामांकन वापस हो गया। इसे लेकर माकपा नेता और कार्यकर्ता हैरान रह गए और जब विकास चंद्र माजी से पूछताछ की तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अपना नामांकन वापस नहीं लिया है और कहीं किसी कागज पर हस्ताक्षर भी नहीं किए थे। इस विषय को लेकर बीडीओ, एसडीएम से लेकर राज्य चुनाव आयोग से शिकायत की गई। लेकिन उनकी नामांकन वापसी को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट जबाब नहीं मिला है। माकपा नेता सुप्रियो राय ने आरोप लगाया कि फर्जी हस्ताक्षर कर माकपा प्रत्याशी का नामांकन वापस करवाया गया है। बीडीओ से जब उन्होंने माकपा प्रत्याशी के नामांकन वापसी से जुड़े सबूत दिखाने के लिए कहा तो वे कोई भी सबूत पेश नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि सोची समझी साजिश के तहत माकपा प्रत्याशी का नामांकन वापस करवाया गया है और उन्हें चुनाव लड़ने से वंचित किया गया है। उनकी मांग है कि राजेश चुनाव आयोग इस मामले में जरूरी कार्यवाई करें जिससे कि माकपा प्रत्याशी को चुनाव लड़ने का अवसर मिले।
वहीं दूसरी तरफ इस विषय को लेकर रानीगंज ब्लॉक के बीडीओ अभीक बनर्जी का कहना है कि जिस प्रत्याशी के बारे में कहा जा रहा है उनके नॉमिनेशन फॉर्म और डिक्लेरेशन फॉर्म में जो हस्ताक्षर है उसका सत्यापन करवाया गया। जिसमें उनके हस्ताक्षर एक समान पाए गए। इसका वीडियो फुटेज भी मौजूद है। उन्होंने कहा कि गत 20 जून को 3 बजे के बाद सभी पंचायत प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित किए गए थे। फिर उस दिन क्यों नामांकन वापसी की शिकायत नहीं की गई। अगर उस दिन शिकायत मिलती तो फिर से एक बार इस मामले की जांच की जाती। बीडीओ ने कहा कि उस प्रत्याशी ने खुद हस्ताक्षर कर नामांकन वापस लिया है और उसे स्वीकार किया गया है।