बारिश की कामना के लिए रानीगंज के अमृत कुंज आश्रम में 6 दिवसीय रुद्राभिषेक का आयोजन

रानीगंज :- बारिश की कामना के लिए रानीगंज शहर के एनएसबी रोड स्थित अमृतकुंज आश्रम में 6 दिवसीय रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया हैं। पूरे पश्चिम बंगाल खासकर दक्षिण बंगाल के तमाम जिलों में बारिश की कामना हेतु रुद्राभिषेक करवाया जा रहा है। फतेहपुर शेखावाटी के अमृतनाथ आश्रम के पीठाधीश्वर महंत श्री नरहरि नाथ जी के सानिध्य में यह रुद्राभिषेक चल रहा है। शुक्रवार से अमृत कुंज आश्रम में रुद्राभिषेक का शुभारंभ हुआ और उसी दिन कुछ घंटों के उपरांत झमाझम बारिश शुरू हो गई। शनिवार को दूसरे दिन भी आश्रम में रुद्राभिषेक जारी रहा। आश्रम में जाकर देखा गया कि फतेहपुर शेखावटी स्थित अमृत नाथ आश्रम से आए विद्वान पंडितों के द्वारा वैदिक मंत्रोचार के साथ रुद्राभिषेक करवाया जा रहा है। यह रुद्राभिषेक आगामी 19 जुलाई तक चलेगा और इसके जरिए बारिश की कामना की जा रही हैं।
जुलाई महीना आधा बीत गया है लेकिन अब तक मानसून का कहीं अता-पता नहीं है। लगातार भीषण गर्मी से आमजन परेशान है, वहीं देरी से मानसून आने पर किसान भी चिंतित दिखाई दे रहे हैं। इसलिए गुरुवार को बारिश की कामना और गर्मी से राहत के लिए रुद्राभिषेक कर महादेव ने प्रार्थना की गई।
रुद्राभिषेक के आयोजन में अमृत कुंज आश्रम के व्यवस्थापक किशोर बुचासिया, मुरारी बुचासिया, धनपत खेमका और सुशील बुचासिया मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। इस बारे में किशोर बुचासिया और मुरारी बुचासिया ने बताया कि दिल्ली व हिमाचल प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है। लेकिन पश्चिम बंगाल खासतौर पर दक्षिण बंगाल के तमाम जिलों में बारिश नहीं होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि फतेहपुर शेखावाटी स्थित अमृत नाथ आश्रम के पीठाधीश्वर महंत श्री नरहरि नाथ जी अमृत कुंज आश्रम में पधारे हैं। जहां उन्हें बताया गया कि इस क्षेत्र में बारिश नहीं होने से संकट की स्थिति उत्पन्न होती जा रही है। ऐसे में महंत श्री नरहरी नाथ जी के बुलावे पर फतेहपुर शेखावाटी से पांच विद्वान पंडित भी अमृत कुंज आश्रम पहुंचे और उनके सानिध्य में रुद्राभिषेक शुरू हुआ। महंत श्री नरहरि नाथ जी नाथ संप्रदाय योगी महासभा के उपाध्यक्ष है। उन्होंने दावा किया कि रुद्राभिषेक शुरू होने के चंद घंटों बाद ही झमाझम बारिश शुरू हो गई। धार्मिक मान्यता है कि रुद्राभिषेक करने पर शिवजी प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। यही वजह है कि विशेष पूजन के माध्यम से शिव जी से जनकल्याण की कामना की गई।