रानीगंज के प्रसिद्ध सोलह आना दुर्गापूजा का उद्घाटन, 127 वर्ष हुए पूरे
रानीगंज :- रानीगंज शहर दालपट्टी मोड़ के प्रसिद्ध सोलह आना सार्वजनिक दुर्गापूजा कमेटी के तरफ से आयोजित दुर्गा पूजा का विधिवत उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे फेडरेशन ऑफ साउथ बेंगल चैंबर आफ कमर्स एंड इंडस्ट्रीज (फोस्बेक्की) के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद खेतान, रानीगंज के ट्रैफिक प्रभारी चित्ततोष मंडल, रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव मनोज केसरी ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर प्रसिद्ध सोलह आना दुर्गापूजा का उद्घाटन किया। इस मौके पर मनोज ओझा, बबलू सिंह, सुजीत केसरी, पुलिस अधिकारी अजय बाग समेत पूजा कमेटी के तमाम सदस्य भी उपस्थित थे।
सोलह आना दुर्गा पूजा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां मंदिर में ही मां दुर्गा की धूमधाम से पूजा की जाती है और इसका अपना पुराना इतिहास हैं। यहां की विसर्जन यात्रा सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र होती है। आमतौर पर यहां 16 दिनों के बाद मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन करने की परंपरा चली है रही हैं। इस बार सोलह आना दुर्गा पूजा के 127 वर्ष पूरे हुए हैं। यहां मां दुर्गा का आशीर्वाद लेने के लिए दूर दराज के इलाकों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
फोस्बेक्की के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद खेतान ने कहा कि सोलह आना दुर्गा पूजा की अपनी अलग विशेषता है। यहां की दुर्गा पूजा सिर्फ रानीगंज अथवा आसनसोल ही नहीं बल्कि पूरे दक्षिण बंगाल में प्रसिद्ध है। यहां की विसर्जन यात्रा को देखने के लिए दूर दराज के इलाकों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। यहां की पूजा के 127 वर्ष पूरा होना ही इस बात को दर्शाता है कि यह पूजा अपने आप में समृद्ध इतिहास को समेटे हुए हैं और इस परंपरा को साल दर साल आगे बढ़ाया जा रहा है।