रानीगंज के बल्लभपुर श्मशान घाट में विद्युत शवदाह गृह का शिलान्यास

3 करोड़ 32 लाख रुपए खर्च होंगे, कार्य पूरा होने में लगेगा 2 वर्ष
रानीगंज :- रानीगंज ब्लॉक के बल्लभपुर श्मशान घाट में प्रस्तावित विद्युत शवदाह गृह का शनिवार को शिलान्यास किया गया। रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक व एडीडीए के अध्यक्ष तापस बनर्जी और पश्चिम बर्दवान जिले के डीएमएस अरुण प्रसाद ने नारियल फोड़कर विद्युत शवदाह गृह का शिलान्यास किया। विधुत शवदाह गृह के निर्माण पर करीब 3 करोड़ 32 लाख रुपए खर्च होंगे। निर्माण कार्य पूरा होने में लगभग 2 वर्ष लग सकता है। इस मौके पर आसनसोल नगर निगम के दो नंबर बोरों के चेयरमैन मुजम्मिल हुसैन शहजादा, रानीगंज थाना के आईसी सुदीप दासगुप्ता, फोस्बेक्की के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद खेतान, गौतम घटक, पंचायत प्रधान ममता मंडल समेत अन्य कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।
इस मौके पर विधायक तापस बनर्जी ने कहा कि रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स व रानीगंज सिटीजंस फोरम जैसी संस्थाओं और इस क्षेत्र के लोगों द्वारा काफी लंबे अरसे से बल्लभपुर शमशान घाट में विद्युत शवदाह गृह के निर्माण की मांग की जा रही थी। इसके लिए वे वर्ष 2017 से ही प्रयासरत थे। मौजूदा डीएम एस अरुण प्रसाद जब एडीडीए के सीईओ थे तब इस दिशा में पहल शुरू की गई थी। परंतु तकनीकी कारणों की वजह से विद्युत शवदाह गृह का निर्माण कार्य शुरू होने में थोड़ा विलंब हुआ है। 2 से 3 बार टेंडर जारी करना पड़ा। जमीन की उपलब्धता को लेकर भी थोड़ी समस्या थी। लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अनुप्रेरणा से सभी बाधाओं को दूर कर लिया गया और अब इस क्षेत्र के लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होने जा रही है। एडीडीए के माध्यम से विधुत शवदाह गृह के निर्माण में कम से कम 2 वर्ष का समय लग सकता है।
डीएम एस अरुण प्रसाद ने कहा कि दामोदर नदी के तट पर बल्लभपुर श्मशान घाट स्थित है और वर्ष 2017 में विद्युत शवदाह गृह के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार कर भेजा गया था। विधायक तापस बनर्जी 5 वर्षों से इसके लिए प्रयास दुर्गापुर कर रहे थे। डीपीआर में भी संशोधन करना पड़ा था। कोलकाता की तरह विद्युत शवदाह गृह के निर्माण के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का भी अभाव था। कुल मिलाकर तकनीकी कारणों से कुछ देरी हुई हैं। श्मशान घाट तक जाने वाली सड़क की बादहाल स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने आश्वासन दिया कि सड़क की मरम्मत का कार्य भी जल्द होगा।