रानीगंज के हाराभांगा ग्राम सुरक्षा समिति ने ईसीएल के एजेंट कार्यालय का घेराव किया
रानीगंज :- रानीगंज के हाराभांगा ग्राम रक्षा समिति ने ईसीएल के निमचा कोलियरी के एजेंट कार्यालय का घेराव किया। गुरुवार को काफी संख्या में ग्रामवासी एजेंट ऑफिस पहुंचे और अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल थीं।
प्रदर्शन में शामिल नयन गोप ने कहा कि हाराभांगा, तिराट व चेलोद ग्राम का मुख्य संपर्क मार्ग नूनी ब्रिज है। नूनी ब्रिज की हालत काफी बदहाल व जर्जर हो चुकी है, इसलिए नया ब्रिज बनाने की मांग की गई हैं। उन्होंने कहा कि अगर यह ब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया तो लगभग 10 हजार लोगों के सामने गंभीर संकट खड़ा हो जाएगा और इन गांव का दूसरे इलाकों से संपर्क पूरी तरह से टूट जाएगा। उसे ब्रिज से होकर ईसीएल के कोयला और बालू लदे भारी मालवाहक वहां आवाजाही करते है जिसकी वजह से ब्रिज और खस्ताहाल होता जा रहा है। उस इलाके में ईसीएल के दो बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी यह भी मांग है कि तिराट से रानीशायर तक सड़क की मरम्मत करायी जाये और ईसीएल के ओसीपी से निकली मिट्टी को हमारी कृषि भूमि पर डाला जाये। जिससे हमारी खेती योग्य जमीन बेकार हो जाती है, इसे ईसीएल प्रबंधन को ठीक करना होगा। ग्रामीणों ने कहा कि अगर हमारी यह मांग नहीं मानी गयी तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे।
वही ईसीएल अधिकारियों ने कहा कि ग्रामवासियों ने जो समस्याएं रखी है उन्हें ईसीएल के उच्च अधिकारियों के पास भेजा जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि हाराभांगा ब्रिज सार्वजनिक है और इसका इस्तेमाल सिर्फ ईसीएल ही नहीं बल्कि तमाम लोग करते हैं। इसलिए नए ब्रिज का निर्माण करना सिर्फ ईसीएल की जिम्मेदारी नहीं है।