रानीगंज में आयोजित हुआ पश्चिम बंग हिंदी भाषी समाज का दूसरा राज्य सम्मेलन
रानीगंज :- पश्चिम बंग हिंदी भाषी समाज का दूसरा राज्य सम्मेलन रविवार को रानीगंज शहर के एनएसबी रोड स्थित सीएमएसआई भवन में आयोजित हुआ। जहां राज्य भर से हिंदी भाषी समाज के 209 प्रतिनिधि मौजूद थे। मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम और पूर्व सांसद व सीटू के जिला महासचिव वंश गोपाल चौधरी को सम्मानित किया गया। हिंदी भाषी समाज का पहला राज्य सम्मेलन कोलकाता में आयोजित हुआ था।
माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि सामान्यतः भाषा को वैचारिक आदान-प्रदान का माध्यम कहा जा सकता है। भाषा आभ्यन्तर अभिव्यक्ति का सर्वाधिक विश्वसनीय माध्यम है। यही नहीं वह हमारे आभ्यन्तर के निर्माण, विकास, हमारी अस्मिता, सामाजिक-सांस्कृतिक पहचान का भी साधन है। भाषा के बिना मनुष्य सर्वथा अपूर्ण है और अपने इतिहास तथा परम्परा से विच्छिन्न है। उन्होंने कहा कि हम जिस समाज और परिवार में जन्म लेते हैं वही से भाषा को अपनाते हैं। भाषा वह साधन है जिसके द्वारा हम अपने विचारों को व्यक्त कर सकते हैं।
वहीं पूर्व सांसद वंश गोपाल चौधरी ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि मौजूदा समय में इतिहास बदलने की कोशिश की जा रही है। इसलिए भाषा को लेकर चर्चा करना जरूरी हो गया है। आसनसोल दुर्गापुर के विस्तृत शिल्पांचल एवं कोयलांचल क्षेत्र में भाषाई विविधता देखने को मिलती हैं। इस क्षेत्र में अलग-अलग धर्म को मानने वाले और भाषाओं को बोलने वाले लोग रहते हैं।