रानीगंज में कुंआ खोदने के दौरान ऑक्सीजन की कमी से 2 मजदूरों की मौत
ईसीएल की माइंस रेस्क्यू टीम ने दोनों शवों को कुएं से बाहर निकाला
रानीगंज :- रानीगंज थाना के आमरासोता पुलिस फाड़ी अंतर्गत कुनुस्तोरिया कोलियरी के 3 नम्बर पिट के पास स्थित निर्माणाधीन वर्कशॉप में कुएं की खुदाई के दौरान 2 मजदूरों की मौत हो गई। शुरुआती तौर पर आशंका जताई जा रही है कि गहरे कुएं के भीतर ऑक्सीजन की मात्रा कम होने की वजह से दोनों मजदूरों की मौत हुई है। सीतारामपुर से आई ईसीएल की माइंस रेस्क्यू टीम ने काफी मशक्कत के बाद दोनों मजदूरों को कुएं से बाहर निकाला। मृतकों की पहचान रतन कोड़ा व गोपी कोड़ा के रूप में हुई हैं और वे रानीगंज के ही रामबगान कटराबुड़ी कोड़ा पाड़ा इलाके के रहने वाले हैं। दोनों की उम्र 26 से 27 वर्ष के आसपास बताई जा रही हैं।
घटना के बारे में बताया जाता है कि उक्त इलाके में एक निर्माणाधीन वर्कशॉप के पास कुएं की खुदाई का काम चल रहा है। प्रत्यक्ष दर्शी सुरेश धांगर ने बताया कि पिछले लगभग 15 दिनों से इस पुराने कुएं को और ज्यादा गहरा करने के लिए खुदाई का काम चल रहा था। लगभग 30 फीट कुआं खोदा जा चुका था। रोज की तरह रतन कोड़ा और गोपी कोड़ा शनिवार को भी कुएं की खुदाई करने गए थे। पहले एक युवक खुदाई करने के लिए कुएं के नीचे उतरा। लेकिन कुछ मिनट बाद ही कुएं के भीतर उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी और उसने ऊपर खड़े अपने साथी को परेशानी के बारे में बताया। ऐसे में ऊपर खड़ा साथी भी कुआं में उतर गया। बताया जा रहा है कि कुआं के भीतर ऑक्सीजन की कमी के कारण दोनों मजदूर अचेत हो गए। थोड़ी देर बाद जब उनकी कोई सुगबुगाहट नहीं मिली तो घटना की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी गई। पहले दमकल कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे तथा राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। परंतु कुआं के भीतर जहरीली गैस का रिसाव इतनी तेज गति से हो रहा था कि दमकल कर्मी कुएं में उतरने से कतरा रहे थे। ऐसे में दमकल कर्मियों द्वारा एक लालटेन कुआं के भीतर उतारी गई। लेकिन कुआं के भीतर ऑक्सीजन की कमी से लालटेन बुझ गई। इसलिए घटनास्थल पर ईसीएल की माइंस रेस्क्यू टीम को बुलाया गया।
ईसीएल की माइंस रेस्क्यू टीम ने कुंआ के भीतर फंसे दोनों मजदूरों को बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन शुरू किया। ईसीएल की बांसड़ा कोलियरी के सेफ्टी ऑफिसर अभिषेक कुमार ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि कुआं खोदने के दौरान दो लोग उसके भीतर फंसे हुए हैं। रेस्क्यू टीम ने सबसे पहले सेफ्टी लैंप कुएं के भीतर भेजा। लेकिन ऑक्सीजन की कमी के कारण सेफ्टी लैंप बुझ गई। इसके बाद रेस्क्यू टीम ने मल्टी गैस डिटेकटर के भीतर भेजा। जिससे पता चला कि कुएं के भीतर ऑक्सीजन की मात्रा लगभग न के बराबर थी। ऑक्सीजन की मात्रा कम होना कुआं के भीतर फंसे दोनों युवकों को बाहर निकालने के लिए नॉर्मल कंडीशन नहीं था। ऐसे में रेस्क्यू टीम के एक सदस्य को आधुनिक संसाधनों के साथ कुएं में भेजा गया। पहले एक युवक के शव को बाहर निकाला गया। फिर दूसरे युवक को भी बाहर लाया गया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए आसनसोल जिला अस्पताल भेज दिया।
जिस जगह पर यह घटना घटी है वह आसनसोल नगर निगम के 34 नंबर वार्ड और पंचायत का सीमावर्ती इलाका है। घटनास्थल पर पहुंचे तृणमूल कांग्रेस पार्षद ज्योति सिंह ने कहा कि यह अत्यंत दुखद घटना हैं।