रानीगंज में पंचायत चुनाव के प्रचार को लेकर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता भिड़े
रानीगंज :- आगामी 8 जुलाई को होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक संघर्ष की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला रानीगंज ब्लॉक के रोटीबाटी ग्राम पंचायत अंतर्गत चापुई इलाके का है। जहां चुनाव प्रचार को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के समर्थक आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच टकराव शुरू हो गया। सूचना पाकर आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी सेंट्रल-2 श्रीमंत बनर्जी और रानीगंज थाना के आईसी सुदीप दासगुप्ता भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। वहीं दूसरी तरफ इस घटना को लेकर आसनसोल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गई। इस घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
घटना के बारे में भाजपा के मंडल अध्यक्ष बृजमोहन पासवान का कहना है कि रविवार को वे पार्टी के पंचायत उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए निकले थे। जैसे ही चापुई इलाके के 149 नंबर बूथ में डोर टू डोर प्रचार करने पहुंचे। ठीक वैसे ही तृणमूल कांग्रेस के पंचायत समिति प्रत्याशी विनोद नोनिया के नेतृत्व में उन्हें प्रचार में बाधा दी गई। आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई। महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया। एक तृणमूल समर्थक को सरेआम आंखों में हॉकी स्टिक लेकर हमला करते हुए देखा गया। पासवान ने आरोप लगाया कि विनोद नोनिया ने उन्हें धमकी देते हुए कहा कि यह उनका इलाका है और यहां और कोई दूसरा प्रचार नहीं कर सकता है। इतना ही नहीं उन्हें गोली मारने और बम से उड़ाने की भी धमकी दी। भाजपा नेता बृजमोहन पासवान का कहना है कि भाजपा ऐसी धमकियों से डरने वाली नहीं है और भाजपा कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगे।
घटनास्थल पर पहुंची विधायक अग्निमित्रा पाल पार्टी कार्यकर्ताओं पर हुए हमले के खिलाफ धरने पर बैठ गई और उन्होंने हमले में शामिल आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। विधायक अग्निमित्रा पाल ने तृणमूल प्रत्याशी विनोद नोनिया को असामाजिक तत्व करार देते हुए कहा कि उसने उन्हें भी रास्ते में रोककर अपमानित किया था। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या हम लोग पाकिस्तान या अफगानिस्तान में रह रहे हैं क्या पश्चिम बंगाल भारत का हिस्सा नहीं है कि यहां कोई भी विरोधी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार नहीं कर सकता है। फिर विनोद नोनिया ने ऐसा कहने का दुस्साहस कैसे किया कि उसके इलाके में कोई प्रचार नहीं कर सकता है।
वहीं दूसरी तरफ इस विषय को लेकर तृणमूल कांग्रेस के पंचायत प्रत्याशी विनोद नोनिया का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ता रोटीबाटी अंचल तृणमूल कांग्रेस पार्टी कार्यालय के सामने आकर गाली-गलौज कर रहे थे। तृणमूल कांग्रेस का बैनर भी फाड़ दिया और विरोध करने पर तृणमूल कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की की। इतना ही नहीं पंचायत चुनाव के बाद बिहारियों को इलाके से खदेड़ देने की धमकी दी गई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका नाम लेकर बिहार भेज देने की धमकी दी। उन्होंने भाजपा के तरफ से लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि रानीगंज में पंचायत चुनाव में भाजपा से तृणमूल का कोई मुकाबला नहीं है क्योंकि यहां की 2 सीटें तृणमूल पहले ही निर्विरोध जीत चुकी है। भाजपा बेवजह बाहरी लोगों को लाकर इलाके के शांत माहौल को शांत करने का प्रयास कर रही है। तृणमूल के जिला नेतृत्व के साथ पुलिस प्रशासन को घटना की जानकारी दी गई हैं।