रानीगंज में प्राचीन शिव मंदिर का किया गया जीणोद्धार
रानीगंज :- रानीगंज के सियारसोल ग्राम स्थित प्राचीन बाबा सिद्धेश्वर शिव मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। खास बात यह है कि विद्रोही कवि काजी नज़रुल इस्लाम की यादें इस मंदिर से जुड़ी हुई है। गुरुवार को पूरे विधि विधान के साथ शिव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई। सर्वप्रथम कलश स्थापना की गई। मंदिर में विभिन्न अनुष्ठान आयोजित किए गए रुद्राभिषेक के साथ ही यज्ञ एवं हवन करवाया गया। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भक्तों में भारी उत्साह देखा गया और दिन भर मंदिर में पूजा अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही।
बताया जाता है कि सियारसोल ग्राम के बनर्जी परिवार ने इस प्राचीन बाबा सिद्धेश्वर शिव मंदिर की स्थापना की थी। विद्रोही कवि काजी नज़रुल इस्लाम की शुरुआती शिक्षा व्यवस्था इस मंदिर में हुई थी। बनर्जी परिवार के सदस्यों का दावा है कि विद्रोही कवि काजी नज़रुल इस्लाम शुरुआती दिनों में मंदिर के फर्श पर बैठकर शिक्षा प्राप्त करते थे। बाद में उनका दाखिला रानीगंज के सियारसोल राज हाई स्कूल में हुआ था। इस प्राचीन मंदिर के प्रति पूरे गांव के लोगों की गहरी आस्था है। बनर्जी परिवार के सदस्य विपदतरण बनर्जी ने बताया कि भूपेंद्र नाथ बनर्जी ने इस मंदिर की स्थापना की थी। मौजूदा समय में यह प्राचीन मंदिर जीर्ण शीर्ण हो गया था। इसलिए मंदिर का जीर्णोद्धार करने का निर्णय लिया गया। मंदिर का कायाकल्प किए जाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि विद्रोही कवि काजी नज़रुल इस्लाम की यादों को संजोए इस मंदिर को धरोहर के रूप में सहेज कर रखा जाए। उन्होंने कहा कि मंदिर में कलश स्थापना के साथ विशेष पूजा पाठ, रुद्राभिषेक एवं हवन करवाया गया। पुरोहित सुप्रियो भट्टाचार्य के सानिध्य में यह पूरा अनुष्ठान संपन्न हुआ। आखिर में भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया।