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पश्चिम बंगाल

रानीगंज में लगातार दूसरे वर्ष भी नहीं निकला ऐतिहासिक महावीर अखाड़ा

पुलिस प्रशासन की तैयारियां धरी रह गई

 

रानीगंज :- रानीगंज में लगातार दूसरे वर्ष भी ऐतिहासिक महावीर अखाड़ा नहीं निकला। पिछले वर्ष की भांति इस बार भी पुलिस प्रशासन की सारी तैयारियां धरी रह गई। पुलिस प्रशासन ने अपने स्तर से अखाड़े को लेकर ड्राप गेट बनाए थे और शहर में कई जगहों पर बेरिकेड्स लगाए गए थे। पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। एतवारी मोड़ के पास सभी अखाड़ा कमेटियों को इकट्ठा होकर खेल प्रदर्शित करना था। पुलिस प्रशासन के अधिकारी काफी देर तक प्रतीक्षा करते रहे। लेकिन एक भी अखाड़ा एतवारी मोड़ नहीं पहुंचा। बताया जा रहा है कि सभी अखाड़ों ने सिर्फ अपने-अपने इलाके में विधिवत पूजा अर्चना की। लेकर खेल दिखाते हुए शहर की परिक्रमा अथवा कैम्प तक जाने से परहेज किया। पिछले वर्ष पुलिस प्रशासन के तरफ से निर्धारित किए गए रूट को लेकर अखाड़ा कमेटियों में असंतोष नजर आया था। इसबार भी अखाड़ा नहीं निकालने के पीछे वही वजह सामने आ रही है।

 

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक वर्ष लखी पूजा के पश्चात रानीगंज में महावीर अखाड़ा जुलूस निकलता है। आगामी रविवार को महावीर अखाड़ा निकालने की तिथि निर्धारित है। रानीगंज में 10 अखाड़ा कमेटी है। किसी अखाड़ा कमेटी ने अखाड़ा निकालने के लिए रानीगंज थाना में आवेदन नहीं किया था। तब से यह तय माना जा रहा था कि इस वर्ष भी अखाड़ा नहीं निकलेगा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हमलोगों ने अपने स्तर से अखाड़े को लेकर सभी जरूरी तैयारियां की थी। परन्तु अखाड़े क्यों नहीं निकले, ये कह पाना मुश्किल है।

जानकारी के अनुसार, रानीगंज में लखी पूजा के पश्चात महावीर अखाड़ा निकालने की परंपरा कई दशक से चली आ रही हैं। मौजूदा समय में अखाड़ों की संख्या 10 हैं। इनमें रक्षा काली महावीर अखाड़ा, हरीश चंद्र क्लब, खाकी बाबा मंडली, नवयुवक संघ, गोपाल बांध सरवना, साल डांगा बजरंग क्लब, हरिओम समिति, महाराणा प्रताप दल, महावीर व्यायाम समिति और बालक समिति शामिल हैं।  कोरोनावायरस महामारी के दौरान भी 2 वर्षों तक अखाड़े नहीं निकल गए थे। इसके बाद के 2 वर्षों में क्रमशः रोबिन सेन स्टेडियम और मारवाड़ी सनातन स्कूल के पास पुलिस प्रशासन के तरफ से कैंप बनाए गए थे। जहां अखाड़े का आयोजन हुआ था।

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