दुआरे सरकार कैम्प की अवधि 30 अप्रैल तक, पंचायत चुनाव को लेकर अभी भी संशय
कोलकाता :- शुरुआत में प्रशासनिक सूत्रों ने अनुमान लगाया था कि फरवरी तक पंचायत चुनाव हो सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि तय कार्यक्रम के मुताबिक राज्य में पंचायत चुनाव मई में हो सकते है।
हालांकि, इस बात की लगभग संभावना नहीं है कि मतदान अगले महीने की शुरुआत में होगा। क्योंकि, दुआरे दुआरे सरकार के कार्यक्रम को 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया है। ऐसे में मई में पंचायत चुनाव कब होंगे इसको लेकर प्रशासन में कयास लगाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2018 में पंचायत चुनाव 1 से 5 मई के बीच तीन चरणों में हुए थे। सारी प्रक्रिया 15 मई तक पूरी कर ली गई थी।
प्रशासनिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, दुआरे सरकार कार्यक्रम लोगों के मन को समझने और सरकारी कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के सबसे महत्वपूर्ण साधनों में से एक है। नतीजतन, चुनाव से पहले इसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। संयोग से दुआरे सरकार का मौजूदा और छठा चरण 1 से 20 अप्रैल तक चलने वाला था। अब इसे बढ़ाकर 30 अप्रैल तक कर दिया गया है।
प्रशासनिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि आम तौर पर पंचायत चुनाव की तारीख राज्य चुनाव आयोग के परामर्श से तय की जाती है। ऐसे भी सवाल हैं कि जब दुआरे सरकार कैम्प में सेवाएं मुहैया करा रही है तो क्या यह कदम उठाया जा सकता है। इसका कारण यह है कि यदि चुनावों की घोषणा पहले कर दी जाती है तो सेवा वितरण कार्यक्रम बाधित हो सकते हैं। इसलिए मई के अंत तक पंचायत चुनाव होने की संभावना है। राज्य निर्वाचन आयोग उसी के आधार पर तैयारी कर रहा है। ऐसे में अगर मई की शुरुआत में चुनाव की घोषणा हो जाती है तो इस बात की संभावना है कि चुनाव उस महीने के अंत में होंगे।
पंचायत मंत्री प्रदीप मजूमदार का कहना है कि, ”मैंने सुना है कि पंचायत चुनाव को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है.”
हालांकि मौजूदा माहौल प्रशासनिक अधिकारियों को भी चिंतित कर रहा है। जिले में लू की आशंका बनी रहने के कारण मतदानकर्मियों को गर्मी में काम करना काफी मुश्किल हो रहा है। जून के मध्य में मानसून दस्तक दे सकती हैं। बारिश और आंधी की आशंका में मतदान भी जोखिम भरा है। ऐसे में मतदान कब होगा इसको लेकर प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज होती जा रही हैं।