ECL के बाँसड़ा OCP में कोयला खनन के दौरान दबकर 2 लोगों की मौत, TMC और CPM ने मुआवजे की मांग पर किया प्रदर्शन, पहुंची BJP MLA
रानीगंज :- रानीगंज में ईसीएल के नारायणकुड़ी ओसीपी के बाद अब बांसड़ा कोलियरी के ओसीपी में कोयला खनन के दौरान दुर्घटना हुई है। पिछले लगभग 6 महीना से बंद पड़ी बांसड़ा कोलियरी की ओसीपी में कोयला खनन के दौरान धसान होने से दबकर 2 लोगों के मारे जाने की खबर है। जबकि 2 लोग घायल हुए हैं। सूत्रों के अनुसार मृतकों का नाम विनोद भुइयां और राजेश तुरी है। जबकि घायलों के नाम रामप्रवेश बरनवाल और कारू भुइयां है। इस घटना को लेकर अब राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप भी शुरू हो गया है। सोमवार को पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष और पांडेश्वर विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती, inttuc के जिलाध्यक्ष अभिजीत घटक, आसनसोल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की बीजेपी की विधायक अग्निमित्रा पाल और पूर्व सांसद व सीटू के जिला महासचिव वंश गोपाल चौधरी इलाके में पहुंचे। वहीं दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस व माकपा समर्थकों ने बांसड़ा कोलियरी के एजेंट ऑफिस के सामने धरना प्रदर्शन किया। तृणमूल कांग्रेस, भाजपा व माकपा नेताओं ने मृतकों के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग की है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ईसीएल के बांसड़ा कोलियरी की ओसीपी पिछले लगभग 6 महीने से बंद पड़ी हुई है। आरोप है की बड़ी संख्या में लोग ओसीपी से कोयला निकालने के लिए जाते हैं। कुछ लोग ओसीपी में जब कोयला निकालने गए थे उसी समय कोयले का चाल धंस गया और चार लोग उसके नीचे दब गए। इनमें से दो लोगों की मौत हो गई। जबकि दो लोग घायल बताए जा रहे हैं। सोमवार को घटनास्थल पर पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती ने इस घटना के लिए इसीएल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मृतकों और घायलों के परिजनों को ईसीएल अभिलंब मुआवजा दे। उन्होंने ईसीएल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि ईसीएल को कोयला चोरी रोकने के लिए और अधिक सावधान होना होगा तथा निगरानी बढ़ाने होगी। विधायक नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती ने भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा विधायक अग्निमित्र पाल सच पर पर्दा डालने का प्रयास कर रही है।
वहीं दूसरी तरफ भाजपा विधायक अग्निमित्र पाल ने मृतकों के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कोयला खदान में दबाकर मारे गए और घायल हुए लोगों के नाम भी बताएं और इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि इस इलाके के लोगों के पास रोजगार का कोई साधन नहीं है इसलिए वह खदान से कोयला निकालने के लिए जाते हैं।
वहीं दूसरी तरफ पूर्व सांसद और सीटू के जिला महासचिव वंश गोपाल चौधरी कोलियरी के एजेंट कार्यालय के पास धरने पर बैठ गए और मृतकों को एवं घायलों के परिजनों को हर हाल में मुआवजा देने की मांग पर अड़े रहे।