Loksabha Election 2024 : दुर्गापुर के संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय अर्ध सैनिक बल के जवानों ने किया रूट मार्च
दुर्गापुर :- लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा होने से पहले ही केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों ने विभिन्न इलाकों में पहुंचकर रूट मार्च शुरू कर दिया है। फिलहाल आसनसोल- दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में तीन कंपनी सेंट्रल फोर्स भेजी गई है। पश्चिम बर्दवान जिले के विभिन्न इलाकों के साथ-साथ दुर्गापुर में भी केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों ने रूट मार्च किया। सर्वप्रथम मंगलवार की शाम सेंट्रल फोर्स के जवानों ने दुर्गापुर थाना क्षेत्र के झंडाबाद, कुरुलिया डांगा, अमराई ग्राम, आशीष मार्केट व सोबुज नगर समेत विभिन्न इलाकों में केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों ने रूट मार्च किया। इसके बाद बुधवार की सुबह केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवान दुर्गापुर नगर निगम के 34 नंबर वार्ड अंतर्गत कादा रोड इलाके में पहुंचे। यहां भी जवानों ने रूट मार्च किया। इस दौरान केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों ने स्थानीय लोगों से बातचीत की और उनका उत्साह बढ़ाने का प्रयास किया। इसके साथ ही यह भी जानने का प्रयास किया कि उन्हें वोट डालने में किसी तरह की कोई समस्या होती है या नहीं। इस दौरान पुलिस भी मौजूद थी।
सेंट्रल फोर्स के तरफ से मतदाताओं को आश्वस्त किया गया कि लोकसभा चुनाव के दौरान हुए वे भयमुक्त होकर वोट डाले। दरअसल स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं भयमुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय चुनाव आयोग संवेदनशील और अति संवेदनशील इलाकों की विशेष निगरानी कर रहा है। पिछले चुनावों में जिन इलाकों से राजनीतिक हिंसा की खबरें आती रही है उन इलाकों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। यही वजह है कि लोग बिना किसी डर अथवा भय के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके इसके लिए पहले से ही सेंट्रल फोर्स के जवान संवेदनशील एवं अति संवेदनशील इलाकों में रूट मार्च कर रहे हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय चुनाव आयोग की सिफारिश के मुताबिक के लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही पश्चिम बंगाल में लगभग 150 कंपनी सेंट्रल फोर्स भेजी जा रही है। पिछले सप्ताह ही सेंट्रल फोर्स की 100 कंपनियां पश्चिम बंगाल पहुंच चुकी है। जबकि 7 मार्च को और 50 कंपनी सेंट्रल फोर्स के पश्चिम बंगाल पहुंचने की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही इतनी ज्यादा संख्या में केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों को पश्चिम बंगाल भेजे जाने को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।